Monday, 30 May 2016

नि:सन्देह्, भगवान है! जानिये विज्ञान की कसौटी पर खरा उतरने वाला सच्


नमस्ते दोस्तों,


आज तक का सबसे मुश्किल सवाल, क्या भगवान है?? और अगर है तो वो कहाँ है?



सबसे पहले मै ये स्पष्ट कर दूँ कि यह लेख उन लोगों के लिए नही हैं, जिन्हें दृढ़ता से विश्वास है कि भगवान बिलकुल मौजूद नहीं है और ना ही ये लेख उन सब के लिए है जिन्होंने भगवान को देखा है या पहले ही उससे मुलाकात कर चुके है।

यह लेख केवल उन के लिए है जो उत्सुकता और दृढ़ता से इन शाश्वत प्रश्नों का जवाब खोजने में रुचि रखते हैं :

एक) क्या ईश्वर मौजूद है?
दो ) यदि हां, तो कहाँ और कैसे हम उसे देख सकते हैं?

पहली बात सबसे पहले: भगवान मौजूद है।


कृपया निम्नलिखित वैज्ञानिक तथ्यों पर विचार करें:

Nasa's Image depicting Big Bang 


वैज्ञानिकों का कहना है कि ब्रह्मांड की उम्र 13.799 ± 0.021 अरब साल है। यह सब एक बिंग बैंग के साथ आया और बिंग बैंग से पहले कुछ भी नहीं था। सभी पदार्थ, तत्व, समय, स्थान और विज्ञान से संबंधित नियम केवल बिग बैंग के साथ में आए हैं।उदाहरण के लिए भौतिक विज्ञान के नियम जैसे कि गुरुत्वाकर्षण इत्यादि |



ऐसा नहीं है कि मैं विज्ञान के खिलाफ हूँ, लेकिन इसकी अपनी ख़ुद कि सीमाएँ हैं। अगर हम मान भी लें कि बिग बैंग घटना 13.8 अरब साल पहले हुई थी और ब्रह्मांड बिग बैंग के बाद अस्तित्व में आया है । तो पहला सवाल यह है कि बिग बैंग किस के कारण हुआ? प्रश्न 2: समय और स्थान अगर बिग बैंग के बाद अस्तित्व में आयें है तो बिग बैंग कब और कहाँ हुआ? प्रश्न 3: अगर सभी पदार्थ बिग बैंग के बाद अस्तित्व में आयें है तो बिग बैंग किस पदार्थ से हुआ? सवाल 4: अगर सब भौतिक विज्ञान के नियम बिग बैंग के बाद अस्तित्व में आयें है तो बिग बैंग किन नियमों पर हुआ??क्या यह सब विरोधाभासी और भ्रामक नही है?? विज्ञान की अपने आप ही सीमाएँ हैं,तभी आज तक इन सवालों के जवाब देने में नाकाम रहा है।


विज्ञान के साथ एक और समस्या यह है कि विज्ञान बिग बैंग के परे कभी नहीं देखेगा, क्योंकि इसके अनुसार बिग बैंग से पहले सिर्फ़ अंधकार या शून्य था। कौन उस जगह कुछ ढूँढने कि कोशिश करेगा जहां उसके मुताबिक कुछ है ही नही




फिर भी एक बुधिजीवी और पढ़े
लिखे होने के नाते और अब तक की वैज्ञानिक खोज के मुताबिक यह मानना ग़लत नही होगा कि शून्य या अंधकार में एक बड़े धमाके(Big Bang) से सब कुछ अस्तित्व में आया था तो जरूर ऐसा कुछ या कोई है जो "कुछ नहीं या शून्य या अंधकार" में से "सब कुछ" बनाने में सक्षम होना चाहिए।हमारी दिलचस्पी उस वस्तु या वयक्ति या शक्ति को जानने में है जो "कुछ नहीं या शून्य या अंधकार" में से "सब कुछ" बनाने में सक्षम है।

क्या हम् उस वस्तु या वयक्ति या शक्ति को "भगवान" या "ईश्वर" बुला सकते हैं??



जी हाँ उसे "भगवान" और ईश्वर कहते हैं ।


चूंकि यह रचना मौजूद हैं, तो वो जिसने इसे बनाया है मौजूद होना चाहिए।


नि:सन्देह् भगवान मौजूद हैं।


हाँ! भगवान मौजूद हैं, लेकिन वह कहाँ है ??


क्या हम उसे देखने में सक्षम है? क्या हम उसे देख पाएँगे? इसका जवाब हां में है, लेकिन हम सब भगवान को ऐसी जगह देखने में मशगूल हैं जहाँ वो है ही नहीं।


तो वो असल में कहाँ है? और कैसे हम उसे देख सकते हैं?

जानने के लिये यहाँ क्लिक करें 



Urs Truly,

Satya



"For everybody, though only marked soul would act on it."

No comments:

Post a Comment

Like our Page

>